मेरी माँ
माँ, क्या लिखूं तेरे लिए
जिंदगी तूने जो लिखी है मेरी..
क्या कहूं तेरे बारे में,
तुझमें ही तो जान छूपती है मेरी..
उंगली थाम कर चलना सिखाया,
आंख दिखा कर लड़ना सिखाया..
जिंदगी के हर मोड़ पर,
आगे बढ़ना तूने सिखाया..
मेरी हर मुश्किल में साथ देती है तू,
मेरी हर कोशिश को रंग देती है तू,
सच ही तो है,
ईश्वर का दूसरा रूप है तू..
मेरी हर ख्वाहिश की तूने पूरी,
तुझ बिन दुनिया मेरी अधूरी..
तू खुश रहे हर पल, हर वक्त
यही है तम्मना मेरी..
यही है तम्मना मेरी..
- समृद्धी
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