Life Full of Happiness
एक ज़िन्दगी ऐसी भी ,
हो खुशियां और जेब में सुकून भी न हो किसी की आवाज़ें न ही अलार्म के बाजे ,चिड़ियों की चहचहाहट से नीन्द खुले ,झरने के पानी से मुंह धुले ,पेड़ों के गोद में सोऊँ मैं ,सुनहरे सपनो में खोऊँ मैं ,न हो दफ्तर की चिंता ,न करूँ मैं ट्रैफिक की निंदा,कुछ यूँ मेरा सपना साकार बने ,हफ्ते न सही महीने का एक दिन यूँ कुछ ख़ास बने ,
हफ्ते न सही महीने का एक दिन यूँ कुछ ख़ास बने।
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